मत्स्य पालन में उत्तराखंड बना सर्वश्रेष्ठ राज्य, राष्ट्रीय स्तर पर मिला पुरस्कार

उत्तराखंड सरकार ने अपनी उपलब्‍धियों में और इजाफा कर लिया है। गुरुवार को देश के अग्रणी राज्यों में शामिल करने के लक्ष्य को लेकर चल रही राज्य की धामी सरकार के प्रयास रंग जमाने लगे हैं। इसी कड़ी में मत्स्य पालन के क्षेत्र में किए गए अभिनव प्रयोगों को राष्ट्रीय स्तर पर सराहा गया है। इसके लिए हिमालयी और उत्तर पूर्व के राज्यों की श्रेणी में उत्तराखंड को सर्वश्रेष्ठ राज्य का पुरस्कार मिला है। इस पुरस्‍कार के मिलते ही पूरे राज्‍य में जश्‍न का माहौल बन गया। इसे एक बड़ी उपलब्‍धि के रुप में देखा जा रहा है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इस उपलब्धि के लिए मत्स्य पालन विभाग और मत्स्य पालकों को शुभकामनाएं दी हैं। उन्होंने कहा कि किसानों और पशुपालकों की आय बढ़ाने के लिए सरकार कई प्रयास कर रही है। इसके परिणाम अब नजर आने लगे हैं। यह पुरस्‍कार मत्स्य पालकों के हौंसले और बुलंद करने का काम करेगी। इससे आने वाले में लोग इस क्षेत्र में भी अपना भविष्‍य तलाश कर सकेंगे।
राष्ट्रीय मत्स्य विकास बोर्ड की ओर से विश्व मत्स्य पालन दिवस पर गुरुवार को दिल्ली में आयोजित समारोह में केंद्रीय मत्स्य विकास राज्यमंत्री राजीव रंजन सिंह उर्फ लल्लन सिंह ने उत्तराखंड के मत्स्य पालन विभाग के सचिव डा बीवीआरसी पुरुषोत्तम को यह पुरस्कार प्रदान किया। सचिव पुरुषोत्तम ने बताया कि मत्स्य पालन को आजीविका विकास का महत्वपूर्ण जरिया बनाने के लिए निरंतर प्रयास किए जा रहे हैं। राज्य के पहाड़ी क्षेत्र में ट्राउट फार्मिंग को बढ़ावा दिया जा रहा है, जबकि मैदानी क्षेत्रों में दूसरी मत्स्य प्रजातियों को। ट्राउट फार्मिंग के लिए 1400 से ज्यादा ट्राउट रेसवेज अब तक बनाए जा चुके हैं।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना के तहत ऊधम सिंह नगर जिले में एक्वा पार्क और थोक बाजार भी बन रहा है। स्थानीय मत्स्य पालकों और आइटीबीपी के मध्य मछली आपूर्ति के लिए अनुबंध किया गया है। साथ ही मत्स्य पालकों को कई सुविधाएं उपलब्ध कराई गई हैं। इन सब प्रयोगों के फलस्वरूप राज्य को यह पुरस्कार मिला है। इस पुरस्‍कार को प्राप्‍त करना एक बड़ी उपलब्‍ध‍ि है।